ये है कोरोना फ्रंटलाइन वॉरियर्स: इन से सीखो वैक्सीन से हिचकने वाले लोग---DATE-11-06-2021 REPORTING SHAHRUMA-NSG
एक तरफ कई लोग कोरोना की वैक्सीन लगवाने से भी हिचक रहे हैं दूसरी ओर बच्चे वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने से भी नहीं डर रहे। पिछले एक हफ्ते से दिल्ली और पटना एम्स में बच्चों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। पटना एम्स में पहले स्टेज के ट्रायल में 12 से 18 साल के जिन 27 बच्चों को शामिल किया गया है, उनमें 40% बच्चे डॉक्टर्स के हैं। इनमें 4 बच्चे तो एम्स के ही डॉक्टर्स के हैं।
खगाैल की स्त्री राेग विशेषज्ञ डाॅ. कल्पना ने अपने तीनों बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल कराया। पिछले साल वे खुद भी वैक्सीन ट्रायल में शामिल हुई थीं। वहीं एम्स की बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी की हेड डाॅ. वीणा ने 13 साल के बेटे सत्यम सिंह को ट्रायल में शामिल कराया। दूसरे चरण के ट्रायल में वे 7 साल के दूसरे बेटे सम्यक को भी शामिल कराएंगी। इसके लिए जल्द ही स्क्रीनिंग होगी।
डाॅ. वीणा ने भी खुद पर एम्स में ही पिछले साल काेवैक्सिन का ट्रायल कराया था। इसके अलावा एम्स की ही पैथाेलाॅजी की असिस्टेंट प्राेफेसर डाॅ. मीनाक्षी तिवारी ने अपनी14 साल की बेटी अनुभूति शर्मा को ट्रायल में शामिल कराया है।
दूसरे फेज में भी एम्स के 5 डॉक्टर्स के बच्चे शामिल होंगे--
पटना
एम्स में बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल चल रहा है। 12 से 18 साल के 27
बच्चों पर पहले डोज का ट्रायल हो चुका है। इन्हें अब 28 दिन के बाद दूसरा
डोज दिया जाएगा। एम्स में दूसरे स्टेज यानी 6 से 12 साल के बच्चों पर
ट्रायल के लिए स्क्रीनिंग शुरू हो गई है। एम्स के 5 डॉक्टर भी इसके लिए
अपने बच्चों की स्क्रीनिंग करवाने वाले हैं।
करीब 25 बच्चों पर दूसरे स्टेज का ट्रायल एक सप्ताह में हो जाने की उम्मीद है। उसके बाद 2 से 6 साल के बच्चों पर ट्रायल शुरू होगा। इसमें भी करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। एम्स के एमएस डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि तीसरे स्टेज का ट्रायल खत्म होने के 56 दिन बाद एंटीबॉडी का टेस्ट किया जाएगा।
अगर एंटीबॉडी ICMR के स्टैंडर्ड के मुताबिक रहे तो ट्रायल कर रहे एम्स समेत सातों संस्थान इसकी रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को भेजेंगे। उसके बाद इमरजेंसी यूज प्रोटोकॉल के तहत बच्चों को कोवैक्सिन देने की अनुमति संभव है।
FORCE TODAY NEWS REPORT SHAHRUMA PARVEEN KOTDWARA UK
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