हाथी मचा रहे है उत्पात-आबादी में आकर-/ लैंसडौन पुलिस करेगी मौत की जांच /उत्तरकाशी में भूकंप के झटके, /अबॉर्शन का हक
Updated Sun, 03 Oct 2022 01:18 AM REPORT REENA JOSHI
हाथी मचा रहे है उत्पात-आबादी में आकर-
क्षेत्र में जंगली जानवरों को आने से रोकने के लिए विभाग की सौर ऊर्जा बाड़ तीन साल से खराब है। इस कारण हाथी और अन्य जंगली जानवर आबादी में आकर उत्पात मचा रहे हैं। ऐसे में लोगों को जान-माल का भी खतरा बना हुआ है।साल 2018 में सनेह क्षेत्र के कुंभीचौड़ और रामपुर में हाथी और गुलदार की आमद पर अंकुश लगाने के लिए लैंसडौन वन प्रभाग ने लाखों रुपये की लागत से सौर ऊर्जा बाड़ बनाई थी। विभागीय लापरवाही के चलते ये खराब हो गई।
स्थानीय किसान मोहन सिंह रावत, कमल नेगी, विक्रम सिंह चौधरी, पुष्कर सिंह ने वन विभाग पर लोगों का जीवन खतरे में डालने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हाथी को भगाने पर वह पीछे दौड़ लगा रहा है। हाथी खेतों में घुसकर फसलें चट कर रहे हैं। कई बार विभाग के अधिकारियों को लिखित और मौखिक शिकायत करने के बाद भी हाथी से सुरक्षा के उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
सनेह क्षेत्र के रामपुर में सौर ऊर्जा बाड़ के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी नहीं है। कर्मचारियों से इसकी जानकारी जुटाने के बाद मरम्मत का प्रस्ताव भेजा जाएगा। - अजय कुमार ध्यानी, रेंज अधिकारी कोटद्वार।
There is no information about the damage of solar power fence at Rampur in Saneh area. After gathering this information from the employees, a proposal for repair will be sent. Ajay Kumar Dhyani, Range Officer Kotdwar.
लैंसडौन पुलिस करेगी तीनों किशोरों की मौत की जांच
Lansdowne police will investigate the death of the three teenagers
पौड़ी हाईवे पर एक गदेरे में मिले गोविंदनगर के तीनों किशार के शवों की जांच अब लैंसडौन कोतवाली पुलिस करेगी। मृतक किशोरों के परिजनों ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर कोटद्वार पुलिस की जांच पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद पुलिस महानिदेशक ने तीनों किशोरों की मौत की जांच लैंसडौन पुलिस को सौंप दी है।उत्तरकाशी में भूकंप के झटके,
Strong Earthquake in Uttarkashiउत्तरकाशी जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में रविवार सुबह भूकंप का तेज झटका आया। भूकंप का झटका तेज था लोग घरों से बाहर निकल आए। रविवार सुबह 10:43 बजे भूकंप तेज झटका आया। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.5 मापी गयी है। जिला आपदा प्रबंधन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र बाड़ाहाट रेंज में ग्राम नाल्ड के जंगलों में जमीन से पांच किमी नीचे था।
जबरन संबंध से प्रेग्नेंट पत्नी को अबॉर्शन का हक:सुप्रीम कोर्ट
;कोई भी महिला शादीशुदा हो या न हो, वो अपनी इच्छा से प्रेग्नेंट हो सकती है। महिला अपनी इच्छा से प्रेग्नेंट हुई है, तो माता-पिता दोनों पर बच्चे की बराबर जिम्मेदारी है। अगर प्रेग्नेंसी महिला की इच्छा से नहीं है, तो ये उसके लिए बोझ बन जाता है, जिससे उसकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर असर पड़ता है।
एक महिला के शरीर पर सिर्फ और सिर्फ उसका अधिकार है। ये फैसला सिर्फ महिला ही कर सकती है कि वह अबॉर्शन करवाना चाहती है या नहीं। आर्टिकल 21 एक महिला को अबॉर्शन की अनुमति तब देता है, जब प्रेग्नेंसी की वजह से महिला के मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर असर पड़े।; कोर्ट ने कहा कि मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट यानी MTP Act के तहत 22 से 24 हफ्ते के अंदर अबॉर्शन का हक सभी को है।
;; मेडिकल प्रैक्टिशनर्स या डॉक्टर्स अबॉर्शन कराने आई महिला से कहते हैं कि इसके लिए उन्हें परिवार या पति से अनुमति लेनी होगी या तरह-तरह के डॉक्युमेंट्स मांगे जाते हैं। इन शर्तों का कानूनी आधार नहीं है।
; मैरिड वुमन के साथ पति ने जबर्दस्ती सेक्स नहीं किया है, तो अबॉर्शन के लिए पति-पत्नी दोनों की सहमति चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के नए फैसले के अनुसार पति ने पत्नी के साथ जबर्दस्ती सेक्स किया है और वो प्रेग्नेंट हो गई है, तो महिला को अबॉर्शन के लिए किसी की सहमति नहीं चाहिए।
अनमैरिड वुमन भी बिना किसी से अनुमति लिए अबॉर्शन करवा सकती है।
नाबालिग लड़की या मानसिक रूप से अक्षम महिला के केस में पेरेंट्स की सहमति जरूरी है।
Updated Sun, 03 Oct 2022 01:18 AM REPORT REENA JOSHI
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